Monday, January 23, 2017

चांदनी आंटी की मस्ताराम किताबे

मेरा नाम प्रवीण है। मैं हमारे माता पिता की एकमात्र संतान हूँ। चांदनी आंटी, जिनके साथ ये घटना घटी, वो अक्सर हमारे घर आया जाया करती थीं। उनकी उम्र लगभग 37 साल यानि की हमारी माँ कोमल के बराबर हैं। उनके पति एक बेहद सफल अमीर व्यापारी हैं और काम के सिलसिले अक्सर बाहर रहते हैं। चांदनी आंटी अकसर दोपहर को... Click Here to Read Full Story

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