Tuesday, January 24, 2017

बुरे वक्त में बना भाभी का सहारा

मेरा नाम रितेश है और ये कहानी मेरी और मेरे विधवा भाभी की है। जब हमारे घर पर सिर्फ़ हम दोनों ही थे क्योँकि हमारे माता पिता का दो साल पहले ही निधन हो गया था और उस के एक साल के बाद मेरे भाई ने शादी कर ली और हम घर में दो से तीन हो गये। मेरा भाई अक्सर काम के सिलसिले में शहर से बाहर जाता था और लौटने... Click Here to Read Full Story

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